इतनी निश्छल हॅसी पर दुनिया निसार ,मन करता ले लो गोद और कर लो प्यार
इनकी हॅसी देख लगता इन्हे मिल गया दुनिया का खजाना, इन्होने ही तो प्यार को प्यार जाना
आज किसी बडे को कह दो मुस्कुराए तो कहेगा दिन बीत गये हम हॅसी पीछे छोड आए
यही सिखा सकते है आनंद मे कैसे होते है मगन इनके अंदर सच जिंदा और है अपने मे मगन
हम घूम रहे जमाने भर का भार सर उठाए हमने अपने भी कर दिये पराए
बच्चो से सीख लो जीने का हुनर न आज की चिंता न कल की फिकर।
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