लडने का जुनून होते खाली हाथ भी हथियार दुश्मन कितना हो शक्तिशाली हौसला करता उसको पार ।
जुनून तो ईश्वर को भी बुला लाता है धरती पर और भटकने पर मजबूर कर देता इस कदर
कि शबरी कर रही पागल हो मेरा इंतजार रचना करो कि वन गमन हो किसी प्रकार
।जुनूनी ही पत्थर मे प्राण डाल देते है प्रेम से पुकारे तो गिरने से पहले पत्थर भी सम्हाल लेते है
जुनून हो तो टूटी नाव से भी हो सकते है पार और हौसले की कमी डुबा देती जहाज भी बीच मजधार
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