छोटी आॅखो के बडे सपने निराधार निराकार को करते साकार
इस लिये कहते बच्चो की होती है भगवान से पहचान इतना बडा नही सोच पाते माया मे रचे बसे इंसान
वे खुली आॅखो से सच का करते दीदार इसलिये ही कहते उन्हे ईश्वर का प्यार
ये है धरती पर जीते जागते भगवान इन्हे हॅसा सकता है तो हॅसा ,रूला मत नादान
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