बडी मुश्किल से बनता है घर ,जरा प्रयास पर डालो नजर
कैसे की होगी इतनी बारिक बुनाई, कैसे सारी सामग्री होगी जुटाई
आखिर अपने बच्चो की सुरक्षा का सवाल, हर माता पिता करते पूरी देखभाल
इसलिये इसको उॅचाई देखकर लटकाती ,अपने बच्चे को हर खतरे से बचाती
अपने बच्चे को खाना खिलाना और शाम ढलते ही लौट आना
शायद यही पंक्षीयो की हमे है सीख, लौट आओ घर जब तक घर आखो से रहा दिख
रात के अघेरे मे नही दिखता ठीक प्रकार और हम हो जाते घटनाओ के शिकार
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