Tuesday, August 15, 2017
Sunday, August 13, 2017
कृष्ण वह अद्वितीय अवतार है जिसमे प्रेम की भरमार है । युद्ध भी इतने है की अंदर बाहर सब ओर से प्रहार है इस सबमे वह शांत निर्लिप्त निर्विकार है
कृष्ण वह अद्वितीय अवतार है जिसमे प्रेम की भरमार है । युद्ध भी इतने है की अंदर बाहर सब ओर से प्रहार है इस सबमे वह शांत निर्लिप्त निर्विकार है। युद्ध मे है पर हाथ नही हथियार है। वह सबका सम्बन्धी पर खडा उस ओर जिधर सत्य विचार है। दोनो पक्षो मे उसके प्रेमी भक्तो की भरमार है। भीष्म की भक्ति तो करते स्वीकार परअसत्य पक्ष मे खडे तो तो कहते अर्जुन करो पूरी ताकत से प्रहार तुम्हारे प्रण के लिये अपना प्रण तोड सकता पर असत्य पक्ष मे खडे भक्त को भी नही छोड सकता। जहा सत्य वहाॅ मेरा निवास कर लो मेरे भक्तो यह दृढ विश्वास। असत्य की कोई सत्ता नही सत्य का नही होता नाश जमाना कर ले लाख प्रयास।कृष्ण ध्यान मे है ज्ञान मे है अपने कर्म महान मे है सत्य की राह चलने वाले हर इंसान मे है। इसलिये अगर हो धर्म के साथ तो न घबराओ पूरी मजबूती से कदम बढाओ वह हमेषा आएगा तुम्हारे तुम्हारे साथ डरने की क्या बात।कृष्ण तो प्रेम का सागर है कोई डूबे तो हो जाए पार पर उसे तो केवल निछल प्रेम स्वीकार। यह सोच रूको नही की हमारे प्रेम है कुछ कमी बस बह निकलो की बहती उसके प्रेम की धार वह खुद कर देगा सब कमी बाहर।वह शुद्ध है वह बुद्ध है वह हर कमी के विरूद्ध है।चलो हम उसके जन्म पर बह निकले उसके प्यार मे आनंद ही आनंद है उसके पयार मे दीदार मे।
TRUTH FOR ALL: आजादी का पर्व महान आजादी सबको प्यारी क्या जानवर क्...
TRUTH FOR ALL: आजादी का पर्व महान आजादी सबको प्यारी क्या जानवर क्...: आजादी का पर्व महान आजादी सबको प्यारी क्या जानवर क्या इंसान। अब हम आजाद है अब आन्दोलन राह नही सच करो काम गलत की परवाह नही वरना गलत ही बढ जा...
आजादी का पर्व महान आजादी सबको प्यारी क्या जानवर क्या इंसान
आजादी का पर्व महान आजादी सबको प्यारी क्या जानवर क्या इंसान। अब हम आजाद है अब आन्दोलन राह नही सच करो काम गलत की परवाह नही वरना गलत ही बढ जाएगा सच पर चढ जाएगा । कुछ अच्छा करने मे मन लगाओ नारे लगाने वाले पहले हीबहुत तुम बदल जाओ कुछ करो अच्छा साकार इनकार करने वाले बहुत । प्रेम कर सकते हो तो करो इंसानो मे नफरत न भरो । आनंद लोगो के जीवन मे ला सकते हो तो लाओ कुछ मौज जगा सकते तो जगाओ आज देश भक्ति का तरना सुना सकते तो सुनाओ। दर्द पर मरहम धर सकते तो धरो और घाव न करो। सच बाॅट कर छाट कर खाने वाले आपस मे लडाने वाले पहले ही बहुत तुम लोगो को मिला सकते तो मिलाओ उनके जीवन की कठिनाई को हरा सकते तो हराओ उन्हे उन्नित के पथ चढा सकते तो चढाओ। अब नही यहाॅ कोई पराया फिर क्यो नफरत को फैलाया साया। चलो कुछ अच्छा करे साकार व्यर्थ विवाद बेकार सब मिल गाए आजादी की वर्षगाॅठ मनाए।
Saturday, August 12, 2017
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