Tuesday, February 28, 2017
Monday, February 27, 2017
उस दिन भी थे गद्दार और आज भी है गद्दार दूसरो से नही हारते होते रहे हम अपनो के शिकार
उस दिन भी थे गद्दार और आज भी है गद्दार दूसरो से नही हारते होते रहे हम अपनो के शिकार
सोचो किसने बताया कि मै यहाॅ बैठ कर रहा किसी का इंतजार वही गद्दार
किसने टोपे को पकडवाया किससे न हारने वाला पृथ्वी राज गया हार वही गद्दार
हर हार मे छिपी है गद्दारी जेएनयू वालो की लगता गद्दारो से गहरी यारी
इसलिये इनको आज भाते तराने गद्दारी के देश तोडने की तैयारी के
दूसरा नही अपने पास वाला ही मारता है इसलिये सावधान रहो व्यक्ति अपनो से हारता है
पिता हुए बलिदान उनका कार्य महान बेटी कर रही ऐसी बात की पिता होते तो न देते साथ
Sunday, February 26, 2017
मन की बात जिसके पास हो मन उसकी समझ मे आती है पूरे परिवार को धन की बात भाती है
मन की बात जिसके पास हो मन उसकी समझ मे आती है पूरे परिवार को धन की बात भाती है
आखिर यादव सिह का रिश्तेदार और साथी है जिसके घर गरीबो की कमाई जाती है
आज पूरे समाचार आपकी सडक का गुन गा रहे भष्टाचारी सडक पर किस तरह आप साइकिल दौडा रहे
आपका खेल धीरे धीरे खुल रहा है कैसे सैफई मे नाॅच और बाकि प्रदेश दंगो की आग मे जल रहा है
आप बैठ नाच देखते है करते है मजा बाकि सब परेशान पा रहे आपको जिताने की सजा
इसलिये काली कमाई वाला साथी आपको भाया इसलिये आपने नोट बंदी मे सुर से सुर मिलाया
लगता आपके परिवार की लडाई मे भी मन नही धन की है बात मन होता तो समाजवदी होते मुलायम जी के साथ
Saturday, February 25, 2017
खुले दिल से करो बात सही व्यक्ति का दो साथ बाला साहब होते तो वह भी कहते यही बात
सामना कब करेगा सच का सामना आॅख बंद करने से नही होगी रात स्वीकार करो भाजपा मे है तो कुछ बात
आप विधान सभा मे गये हार आपको था सत्ता मे आने का इंतजार
कुछ तो है ऐसा की जनता चोरो को बार बार जिता रही थी कही शिव सेना गुडा पार्टी लोगो को सता रही
थी
लोग कहते थे चोर तो घर तक आ नही सताएगा पर गुण्डा तो घर आ के डराएगा
बीच सडक करेगा मारा मारी सरे राह करेगा बेज्जती हमारी तुम्हारी
शिवाजी का चित्र लगाने वाले उनसे ले लेते सीख तो यू सबसे नही माॅगनी पडती भीख
अब भी नही गुरूर उतर रहा आसमान से पर जरा नीचे उतरो इस झूठे अभिमान से
दोनेा आॅखो से निहारो मोदी जी के प्रयास को सराहो स्वीकारो बडे आदमी का साथ बडा बनाता है वरना विरोधी तो विरोध कर पछताता है
खुले दिल से करो बात सही व्यक्ति का दो साथ बाला साहब होते तो वह भी कहते यही बात
Friday, February 24, 2017
Thursday, February 23, 2017
उडीसा हो या महाराष्ट्र सब ओर हो रही भाजपा की जीत मोदी बन गये अब परिवर्तन की उम्मीद
सब ओर के परिणाम कर रहे इशारा की देश विकास के मोदी जी अभियान पर मोहर लगा रहा
उडीसा हो या महाराष्ट्र सब ओर हो रही भाजपा की जीत मोदी बन गये अब परिवर्तन की उम्मीद
कुछ ऐसा ही यूपी भी करेगा लगता कमाल जवाब हर प्रश्न का पूछने वाले पूछ ले चाहे जितने सवाल
11मार्च से पहले ही चल पडी है आॅधी नही दिख रहे कही अखिलेश और गाॅधी
आखिर कितनी बार जनता दे मौका और करे इंतजार अब मोदी राज ही जनता को स्वीकार
हमे काम करके दिखाने वाला आदमी चाहिये आप आपस मे झगडिये और झगडा सुलझाइये
आप इतने बडे आदमी को कहते कुछ भी बात आप से यही उम्मीद जिसने बाप के किये हो बुरे हालात
अब तो हवा नही सुनामी है है जल्द बदल लीजिये सुर होने वाली बहुत आपकी बदनामी है
70 साल की लूट वाले कह रहे कोई बडा नोट बंदी मे नजर आया तो भईये आप लगता नही देख पाते अपनी छाया
Wednesday, February 22, 2017
यही है प्रकृतिक सुन्दरता का विस्तार ईश्वर का बसाया सुन्दर संसार
चारो ओर जंगल और पहाड बीच बहती पानी की निर्मल धार
यही है प्रकृतिक सुन्दरता का विस्तार ईश्वर का बसाया सुन्दर संसार
आदमी अपनी कम अकल से कर रहा इसमे काट छाॅट लूट मची हो रही लकडी बेच धन की बंदर बाॅट
जानवर को मारो उसकी बेचो खाल आदमी तो सब कुछ बेच दे बस मिलना चाहिये माल
आज मर रहा हो प्रदूषण का शिकार कम अकल वाला अपने दोस्तो को रहा मार
ईश्वर ने बानाए है यह सब है तेरे साथी पर तेरी अकल ही आज तुझको है खाती
गलत बात उसको है भाती वह जल्दी अकल मे आती नही जानता अगर तू दूल्हा तो ये बाराती
तुझको दिया ज्ञान की तू सबका बन रक्षक और सबको अपना मान इसमे ही छुपा तेरा कल्याण
कुछ दिन पहले तक 27 साल यूपी बेहाल उनका पाला बदलना पैदा कर रहा उनपर ही सवाल
हर तरफ नारो का शोर नेताओ के भाषण का जोर
हमारा का हम पकडे मुद्दे की डोर देखे कौन का ध्यान इस ओर
अखिलेश की पाॅच साल रही सरकार उनकी बात होनी चाहिये काम पर इस बार
पर वे इसपर मौन आज वे है उनके साथी जो कहते थे हम आपके कौन
जो पिछले चुनाव मे बाॅह चढा रहे थे गरीब का भोजन उडा रहे थे
कुछ दिन पहले तक 27 साल यूपी बेहाल उनका पाला बदलना पैदा कर रहा उनपर ही सवाल
दूसरी है मायावती जो पूरे पाॅच साल नही आई नजर कमजोर मरता रहा और वे रही बे खबर
गरीब के नाम पर सरकार बनाओ और जमकर धन कमाओ और गरीब को भूल जाओ
आपके राज मे पोंटी चड्डा का नाम आप रही पैसे लेकर टिकिट देने के लिये बदनाम
मोदी जी की इमानदारी का चर्चा हर ओर आरोप भी नही कोई सामने नेता है कमजोर
जो कहते वो कर दिखाते नाकाबिल लोग खाली मुॅह चलाते लोग कह रहे गधो घोडो की बात बाप की नही तो तुम्हारी क्या औकात
Tuesday, February 21, 2017
आने वाले समय मे यह प्रमुख बना जाएगा स्त्रोत जीवन से भरपूर स्वच्छता से ओत प्रोत
पूरी दुनिया प्रदूषण की शिकार हर तरफ छाया धुंध का गुबार
परमाणु उर्जा उत्पादन मे विकिरण का डर है समाया इस लिये इसमे है डर की छाया
ताप विद्युत की राख है पूरे शहर पर छाई उसमे यह है कठिनाई
बचे दो रास्ते जल विद्युत और हवा प्रकाश की उर्जा जिसम है थोडा ज्यादा खर्चा
उत्पादन कम पर विज्ञान की उन्नति से धीरे धीरे आगे बढ रहे हम
अब सब इसे अपना रहे और हर घर मे एक दो साधन प्रकाश उर्जा से चला रहे
यह बदलाव है सही दिशा की ओर प्रदूषण की मार से आदमी तबाह हो चुका कमजोर
बिजली की बचत आज सबका सरोकार छ महीने मे निकल जाती है लागत तो कर रहे सब स्वीकार
फिर कुछ गाॅव हमारे है ऐसे जहाॅ बिजली का बिल भरने के नही है पैसे तो बिजली पाए कैसे
एैसी जगहो पर सरकार इन साधनो को लगा रही और जनता को इनका प्रयोग सिखा रही
आने वाले समय मे यह प्रमुख बना जाएगा स्त्रोत जीवन से भरपूर स्वच्छता से ओत प्रोत
Monday, February 20, 2017
देश का असल हीरो कर रहा जीवन मौत के बीच लडाई जिसने देश के लिये जान की बाजी लगाई
सुनते है कि खानो के पास बहुत पैसा पर देश के असली हीरो की मदद के नाम पर नही दिखता कोई
देश की सुरक्षा मे जान देने वाले परिवार के लिये मदद की हर उम्मीद खोई
ये सैनिक बन भावना भुनाते है पर सैनिक परिवार की मदद को आगे नही आते है
इस लिये इनके सिनेमा को देखने मे मत उडाओ पैसा यह असल मे हीरो नही है जीरो जैसा
अपनी फिल्म को हिट करने के लिये करते है तरह तरह की नौटंकी इनसे कैसे कर सकते उम्मीद ढंग की
एक सज्जन की नौटंकी मे मर गया एक परिवार का नौजवान पर इन्हे क्या फिकर मरने वाले की यह क्यो होने लगे परेशान
पता नही क्यो देश का आदमी इन पर पैसा लुटा रहा पडोस का घर नही आता नजर उसका चूल्हा अभाव मे बुझा जा रहा
देश का असल हीरो कर रहा जीवन मौत के बीच लडाई जिसने देश के लिये जान की बाजी लगाई
उसके लिये नही दिखता दुआओ का जोर जन्म दिन की बधाई देने वाले नकली हीरो के घर के नीचे करते बहुत शोर
अब सत्य को समझ ने का समय है आया जिसने तुम्हारे लिये दी जान क्या तुमने अपना फर्ज उसके लिये निभाया
चलो खानो से नही निकल रहा धन तो क्या हम तो अपना फर्ज निभाए सैनिक कोष मे कुछ जमा कर फर्ज निभाए
चीन वही गलती दोहराता जिसका दर्द आज अमेरिका है उठाता
चीन वही गलती दोहराता जिसका दर्द आज अमेरिका है उठाता
कल उसने पाकिस्तान को न यू खिलाया होता उसकी हर गलती को न छिपाया होता
तो आतंकियो ने डब्लू टी सी यू न गिराया होता ओसामा को अपने यहाॅ न छिपाया होता
इसलिये आतंकी को मत करो माफ नही तो यह गुनाह जाएगा एक दिन आपके खिलाफ
चीन उसी रहा पर चल रहा है वहाॅ भी आतंकी कारोबार चल रहा है
अब तो बन रहा गलियारा रास्ता आतंकी किसके सगे किससे उनका वास्ता
पारिणाम जल्द आएगा सामने चीनीयो के भी आज नही तो कल आतंकी नही सकते बदल
यह उपर वाले का नही यह है अपने लगाए कॅटीले झाडो के फल
अमेरिका ब्रिटेन जिन्हे खा रहे फ्रांस वाले भी अब पछता रहे
Sunday, February 19, 2017
खजाना भरा पडा फिर भी है आभाव बात बे बात रोने का बन गया स्वभाव
इतना काम और कमी फिर भी मुस्कान के साथ यह है बडी बात
सब कुछ होने के बाद सबसे बडी चीज खो गई अपनी चीज पराई हो गई
यहा सारी परेशानी सर पर चेहरा मुस्कुरा रहा सारा आराम के बाद भी उनका चेहरा मुरझा रहा
एक तरफ वे है जो छोटी सी बात से हो जाते बैचैन दूसरी तरफ सारे संकटो नही रोते नैन
एक का कार का एसी नही काम कर रहा तो बडी बात एक कै बगैर बिजली कटते दिन रात
खजाना भरा पडा फिर भी है आभाव बात बे बात रोने का बन गया स्वभाव
Saturday, February 18, 2017
पाकिस्तान का इस समय यह हाल है दिखाना है साफ पर गुनाह रोज कर रहे जनाब
पाकिस्तान का इस समय यह हाल है दिखाना है साफ पर गुनाह रोज कर रहे जनाब
कभी करते है हाफिज को बंद बताना है नही आतंक से सम्बन्ध नकली नोट छाप कर रहे आतंकीयो के लिये धन प्रबंध
हरकते वही चल रही रोज पर छुपाना और दिखाना की बदली हुई है सोच
सारे पाप बदस्तूर है जारी पहले दुनिया से ओसामा छुपाया अब फिर चल रही अपने पाप छुपाने की तैयारी
इस तरह के काम के नही आते परिणाम ये है सोरे नकली मेकप के सामान दुनिया को आपकी बदसूरती की पहचान
अब बस इस बात की करनी चाहिये तैयारी की खत्म हो सके आतंकी पालने और आतंकवाद बढाने की हरकत सारी
चोरी छिपे नही चलेगे इस तरह के पाप यही आपके ही फायदे मे रहेगा जनाब
Friday, February 17, 2017
उम्र छोटी पढाई का भारक्या परीक्षा नही कर सकती कुछ दिन और इंतजार
उम्र छोटी पढाई का भारक्या परीक्षा नही कर सकती कुछ दिन और इंतजार
थक गया पढ पढ के यार बस कुछ देर के लिये एक छोटी नींद लू मार
फिर तो रात भर जाग कर करनी है पढाई लोगो ने मुझसे बडी उम्मीद है लगाई
क्या ऐसा नही हो सकता पढाई कोई करे पास मै हो जाउ दोस्तो के साथ खेलू खाउ
माॅ भी कहती है की मै पढने मे होशियार हूॅ मै उनका कहा सच करने को तैयार हूॅ
Thursday, February 16, 2017
देश के लिये दे के जान वीर अपना धर्म निभा रहे पर पडोसी पापी बाज नही आ रहे
देश के लिये दे के जान वीर अपना धर्म निभा रहे पर पडोसी पापी बाज नही आ रहे
आज भी बस एक ही काम और रोजगार आतंकी निर्माण जो गरीब और बेरोजगार
हिन्दुस्तान भेजो और मरवाओ हमारी सेना के हाथ इसके अलावा नही सूझती कोई बात
पंजाब मे भेज रहा नशे का समान इतने तो ये कमीने बेईमान
नकली नोट छाप रहे रोज क्या नही और कोई काम तो ये है इनका मोहब्बत पर पैगाम
इनको ट्रंप मारे नही तो करे क्या दुनिया का आतंकी यहाॅ भरा पडा पाकिस्तान ने आतंकवाद को रोजगार समझ है गढा
अब दुनिया हो चुकी परेशान भई तुम्हे चैन पसंद नही क्योकि तुम हो शैतानपर बाकि जगह तो बसते इंसान
इनका पूरा इंतजाम किये बिना नही आएगी शांती और चैन ये गोला बारूद खा पैदा हुए आदमी बैचैन
Wednesday, February 15, 2017
मोदी जी बढे चलो अपनी रफ्तार चोरो की बात कौन सुन रहा नही कोई उनके साथ
असली शतक तो यह है लगाए वैज्ञानिको ने 104 उपग्रहो को अंतरिक्ष का रास्ता दिखाया
और रच डाला इतिहास विकास का यह कीर्तीमान है सबसे खास कम अक्ल तो करते रहते बकवास
सेना ने अपना काम किया और देश का बढाया मान मोदी जी से नही लड सकेगे समझ गया पाकिस्तान
अभी तो कीर्तीमान बानाएगा देश विकास का बीत गया लुटेरो का समय मोदी जी गरीबो को दे रहे अभय
10 हजार किलोमीटर सडक बन रही हर साल बकवास करने वालो का कुर्ता फट गया है बुरा हाल
सेना को भी मिल रहे आधुनिक हथियार इस लिये सेना भी कर रही मोदी जी की जय जयकार
मोदी जी बढे चलो अपनी रफ्तार चोरो की बात कौन सुन रहा नही कोई उनके साथ
यहाॅ सबको चाहिये रोजगार पर चल रही वही बातें बेकार
चुनाव अपने रफ्तार आगे बढ रहा है और सब पर उसका बुखार चढ रहा है
बडे जुमलो का शोर है कल की हरकत कुछ और आज कुछ और है
कई लोग मंदिर जा रहे है कई मुसलमानो को लुभा रहे है
कहते मुसलमानो को लुभाना आसान है हिन्दुओ का दिमाग तो खुला आसमान है
उसकी समझ पर लोगो का नही जोर और बॅटा समाज एक नही सबके मुद्दे अलग हर ओर
इसलिये मायावती और अखिलेश एक के पास आजम और एक के पास अंसारी विशेष
दोनो मुसलमानो को डरा रहे जैसे मोदी जी रोज तीन साल से दिल्ली मे उन्हे पिटवा रहे
अरे भाई कानून का राज है पर समझ नही आता अनपढ समाज है
यहाॅ सबको चाहिये रोजगार पर चल रही वही बातें बेकार
Monday, February 13, 2017
दूसरो के घर जलाने वाले आज खुद जल रहे है फिर भी पूछ रहे लोग हमारा विरोध क्यो कर रहे है ट्रंप से है नाराज पर श्रीमान आपके काम धंधे अब समझ गया विश्व समाज
दूसरो के घर जलाने वाले आज खुद जल रहे है फिर भी पूछ रहे लोग हमारा विरोध क्यो कर रहे है
ट्रंप से है नाराज पर श्रीमान आपके काम धंधे अब समझ गया विश्व समाज
इस लिये आपका विरोध हर ओर है मानवता कराह रही पर आपकी पापी नजर कमजोर है
इस लिये आपको दूसरो के दोष नजर आ रहे और अपने को बेचारा बता रहे
दूसरो को सताने के लिये लगाए काॅटो के वन अब वही भेद रहे आपके अपनो के बदन
रिसता खून नजर आ रहा पर आतंकी बनाने का काम धडल्ले से चला जा रहा
बना रहे अपने कमजोर गरीब बच्चो को बम इनको अब क्या कहे हम
जिन्हे देनी चाहिये थी रोटी और काम उन्हे आतंकी आतंकी बनाने का किया इन्होने इंतजाम
वे मचा रहे हर तरफ तबाही पूरी दुनिया दे रही इसकी गवाही
अब दुनिया इन्हे अलग थलग करने का कर रही विचार तो मचा रहे हाहाकार
श्रीमान ट्रंप आपकी राह सही है पूरी दुनिया ने यही बात कही है
हवा बहती ऐसी होकर अवरोध से बेखबर बस बहो क्यो करते हो फिकर
सोचता हूॅ लिखू की पढने वाले करते होगे इंतजार पर मै भी इंसान कभी थक जाता हूॅ हार
हो जाता दुख विषाद अपने पर सवार कुंठित हो जाती प्रवाह की धार
पर यह मौसम का असर है ठहरता नही बदलता हर पहर है
कभी टूटी धार पत्थरो चट्टानो से टकराकर हुई छार छार स्तंभित हो गये विचार
फिर बिखरी बूॅदे आई साथ बन गया प्रवाह बदलता मौसम टूटने फिर बहने का बना गवाह
सब कुछ ऐसे ही चलता वलयाकार उतार चढाव जीवन मे भी आते है उसी प्रकार
उतार मे आदमी होता परेशान पर जीवन तो ऐसे ही चलता कभी फायदा कभी नुकान
हवा बहती ऐसी होकर अवरोध से बेखबर बस बहो क्यो करते हो फिकर
इस लिये बह रहा हूॅ आप से यह संवाद कह रहा हूॅ
Sunday, February 12, 2017
Thursday, February 9, 2017
Wednesday, February 8, 2017
Tuesday, February 7, 2017
Monday, February 6, 2017
Sunday, February 5, 2017
उसके पास हर प्रश्न का है हल क्योकि सारे उसके ही सवाल उसे रहता जड चेतन सबका ख्याल
उपरवाले ने सब केलिये बनाया है घर जरा इनके रहने के स्थान पर डालो नजर
कुछ को दिया है हुनर की बनाओ अपने लिये घर और कुछ के लिये है इंतजाम इस तरह की जगह तमाम
कुछ को दिया ऐसा शरीर और बाल देखकर मौसम का हाल नही रहने की चिंता न जगह का सवाल
उसके पास हर प्रश्न का है हल क्योकि सारे उसके ही सवाल उसे रहता जड चेतन सबका ख्याल
Saturday, February 4, 2017
कुछ यू काम करते करते बच्चे भी सीख जात है काम यह सीखने का पारिवारिक इंतजाम
कुछ यू काम करते करते बच्चे भी सीख जात है काम यह सीखने का पारिवारिक इंतजाम
इसमे गुजर कौशल पाता निखार इस तरह कर के सिखाने का हमारा पुराना विचार
और अपना बचपन से ही देते श्रम मे योगदान खेल का खेल श्रमदान का श्रमदान
इस लिये सरकार को भी चाहिये वह करे ऐसे उपाए की कम करते करते धीरे धीरे आदमी हुनर सीख जाए
जिंदगी एक दिखावा और नुमाइश बन रह गई जाते समय की सूई यह कह गई
जिंदगी एक दिखावा और नुमाइश बन रह गई जाते समय की सूई यह कह गई
समय बीत रहा रोज कल जो यहाॅ थ उन्हे नही पूछता कोई न होती उनकी खोज
आज चारो तरफ है चमक दमक का साथ पर समय के साथ हो जाती यह बीती बात
नई पीढी से पूछो तो पता चलता है की जो कल के थे जगमगाते सितारे नही कोई जानता सिवाए हमारे तुम्हारे
समुद्र का साथ किसको मिलता है रोज जल का जीवन रोज नई शुरूवात और खोज
समुद्र का किनारा हरियाली से भरा सारा, पानी है खारा पर जीवन का सहारा
मछली और पानी खाते पीते बीत रही जिंदगानी
नारियल और ताड के झाड कुल मिला सम्पूर्ण जीवन की जुगाड
समुद्र का साथ किसको मिलता है रोज जल का जीवन रोज नई शुरूवात और खोज
Friday, February 3, 2017
तार दो इस धरती को कम करो पापियो का भार हर तरफ मचा अब तो हाहाकार
जब पृथ्वी जल मे समाई गई राक्षसो द्वारा गई डुबाई
तब कर हिरण्याक्ष का उद्धार पृथ्वी को जल से निकाल आपने किया उपकार
विनती सुनो प्रभु हमारी भी करो स्वीकार राक्षसो के पाप से पृथ्वी परेशान डरा हुआ जहान
तार दो इस धरती को कम करो पापियो का भार हर तरफ मचा अब तो हाहाकार
बाहर का सफर खत्म अंदर के सफर की हो गई शुरूवात शरीर मे रोमांच आनंद की शुरूवात
यह लगता तपस्वी का घर साधना का स्थान आस पास कोई नही जल मग्न सारा जहान
सब कुछ शांत अब मन मे नही क्लेश अब मै नही मुझ मे शेष
सब कुछ जीवन जल मे खो गया मै भी साथ पा तुम्हारा शीतल हो गया
बाहर का सफर खत्म अंदर के सफर की हो गई शुरूवात शरीर मे रोमांच आनंद की शुरूवात
Thursday, February 2, 2017
आप बस कृपा बनाए रखना यू ही ज्ञान दीप जलाए रखना अंधकार बहुत एक प्रकाश तुम
गुरू की डयोढी पर बैठ समाधन पाते है दूर होते ही समस्या से घिर जाते है
बैठ जाओ की यही मिलता है ज्ञान प्रश्न दुनिया के पर यहाॅ आ मिल जाता समाधान
हे गुरू इस जग मे केवल एक सहारा तुम क्योकि तुम्हारे बिन अंधकार मे हो जाते हम गुम
आप बस कृपा बनाए रखना यू ही ज्ञान दीप जलाए रखना अंधकार बहुत एक प्रकाश तुम
बादलो के बीच से निकल रहा हरियाली से भरा नजारा लूट रहा मन हमारा
बादलो के बीच से निकल रहा हरियाली से भरा नजारा लूट रहा मन हमारा
कितनी सुन्दर है धरती हमारी मन करता इसमे खो जाओ और बादलो की चादर ओढ सो जाओ
यहाॅ साधन बेकार क्योकि उनकी तो इस सबसे है तकरार वे कर रहे सब नष्ट और बेकार
ऐसी जगह आके हो जाती घडी बंद और स्थापित हो जाता उपर वाले से सम्बन्ध
यही है वह स्वरूप की जैसे रहने चाहिये हमारे घर मकान हरियाली के साथ से सुन्दर जहान
यही है वह स्वरूप की जैसे रहने चाहिये हमारे घर मकान हरियाली के साथ से सुन्दर जहान
वरना सब मरूस्थल और पत्थर का ढेर बढाओ हरियाली इससे पहले की हो जाए देर
हमारा जीवन है इनसे ही खुशहाल आज प्रदूषण की मार सबसे बडा सवाल
पेड हमारे साथी इनका साथ हमे बनाता मजबूत इनसे रहता वातावरण शुद्ध यह है इस बात का सबूत
Wednesday, February 1, 2017
माॅ बुला रही आवाज आ रही वो है कहती कहाॅ छूपी हो मेरी दुलारी मेरी सरकार
हम बच्चो की आॅखो से देखो दिखाई देता साफ सच को सच झूठ को झूठ कहते चाहे हो किसी के खिलाफ
बस एक चीज के हम बस मे है वो है प्यार और दुलार जिद तो बहाना रूठना इसलिये की हो मनुहार
पापा की आवाज आ रही कर रही इंतजार की आए तो चढ जाउ गोद मे झूलू झूला बार बार
माॅ बुला रही आवाज आ रही वो है कहती कहाॅ छूपी हो मेरी दुलारी मेरी सरकार
जब भी मन मे गुनाह समाता वह आ रोकता टोकता सही राह बताता है
हर समय वह मेरे साथ है मुझे है देखता सुबह शाम काम पर जाते और लौटते होती उससे राम राम
जब कभी भय समाता है तो वह दिख दूर भगाता है अपने प्रकाश से राह दिखाता है
जो नही सच जानते वह सोचते है की गलत सही छुपा सकते वह सब देखता उससे नजर बचा सकते
जब भी मन मे गुनाह समाता वह आ रोकता टोकता सही राह बताता है
सैनिक कर रहा सुरक्षा देश की पर घर की चिंता से परेशान दिन रात रहता आपके राज मे अपनी असुरक्षित बहनो का ध्यान
आपको दिख गई अपने काम की झाॅकी बाते तो बाते है यहाॅ वहाॅ की
ये तारो का हाल और खुले घूमते झूमते बदमाशो से हालत बदहाल
लोग अपना घर छोडने पर मजबूर आप रहते सुरक्षा मे नही देख पाते दूर
सैनिक कर रहा सुरक्षा देश की पर घर की चिंता से परेशान दिन रात रहता आपके राज मे अपनी असुरक्षित बहनो का ध्यान
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