गुरू की डयोढी पर बैठ समाधन पाते है दूर होते ही समस्या से घिर जाते है
बैठ जाओ की यही मिलता है ज्ञान प्रश्न दुनिया के पर यहाॅ आ मिल जाता समाधान
हे गुरू इस जग मे केवल एक सहारा तुम क्योकि तुम्हारे बिन अंधकार मे हो जाते हम गुम
आप बस कृपा बनाए रखना यू ही ज्ञान दीप जलाए रखना अंधकार बहुत एक प्रकाश तुम
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