Wednesday, November 23, 2016

मेरे दर्द से भीगा पोर पोर

Photo: ●मुस्लिम साथ दे, तो हम BJP को हरा देगें
मायावती  (यह कथन लोकतंत्र है)

●मुसलमान और यादव को एकजुट होकर अपनी ताकत दिखानी चाहिए!
लालू प्रसाद यादव (यह कथन भी लोकतंत्र है)

●मुस्लिम और दलितो को एक हो जाना चाहिए !
केजरीवाल (यह भी लोकतंत्र है)

●मुसलमान और यादव हमारी ताकत है!
मुलायम सिंह (यह भी लोकतंत्र है)

●मुसलमान मेरे दिल मे है! मुसलमान मेरा भाई है। इसलाम मेरी रूह है!
ओबैसी (यह भी लोकतंत्र है)

● मुसलमान और दलित इस देश की आत्मा मे बसे है!
राहुल गांधी (यह भी लोकतंत्र है)

● सिख और मुस्लिम उनको जवाब दे!
संजय सिंह (यह भी लोकतंत्र है)

● ईसाईयो को यह जान लेना चाहिए कि अब तक उनके साथ सिर्फ धोखा हुआ है!
केजरीवाल (गोवा मे-यह भी लोकतंत्र है)

●मुसलमानो ने मिलकर इनकी (हिदुओं की) औकात दिखा देनी चाहिए!
छोटा ओबैसी (यह भी लोकतंत्र है)

●मुसलमान हमारी पार्टी की नीव है,हम इसे कैसे अलग कर सकते है! मुसलमान ही तो हमारी ताकत है!
आजम खान(यह भी लोकतंत्र है)

पर भारत मे अगर कोई हिंदुत्व की बात कर दे हिंदुओं एक हो जाओ कह दे तो वो सांप्रदायिक है! वह देश की जनता को भडका रहा है, देश मे अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है! गंगा जमुनी संस्कृति मे दरार पैदा कर रहा है! ....वर्तमान परिस्थिति मे हमारे देश मे हिंदुत्व की बात करना सांप्रदायिकता कहलाता है! सांप्रदायिकता व देश मे तनाव फैलाने की कोशिश माना जाता है! बाकी कोई कुछ भी कह ले सब लोकतंत्र है!

जय हिंद
तुम्हे बहती दिखती है धार ये तो है आॅसुओ की कतार
मेरा दर्द पिघल पिघल बह रहा है कितना शीतल हर कोई कह रहा है
ये पेड ये पहाड है गवाह  मेरे हर दर्द पर इनकी निगाह ये भी कभी कभी मे दर्द मे शामिल होते उस दिन हम मिल रोते।
धुआ धुआ सब ओर ये है मेरे दर्द से भीगा पोर पोर इसकी उॅवाई है मेरे दर्द की गहराई।

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