हमारे सालो के संस्कार खो गये हम क्या थे आज क्या हो गये
जहाॅ हर लडकी थी बहन बेटी वहाॅ यह हमारा हाल हुआ विदेशीविचार प्रवाह से समाज बदहाल हुआ
कितनी बडी पीडा का वह समय उसपर बीत रहा आज मानव पर दानव जीत रहा
आज मानवता की ओर अपने बच्चो को चलाओ यही समय है सही दिशा मे कदम उठाओ
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