जीवन तत्व जल सामने बह रहा मेरा बच्चा मुझसे कह रहा
मुझे भी इस घर मे रहना है इन पेड पौधे के साथ करनी है इन पंक्षियो से बात
हम भी तो इस निसर्ग का हिस्सा हैइस लिये हमे इनसे है प्यार बच्चा ही इस सच का कर सकता इजहार
अपनो से दूर होकर हम हो गये परेशान टूट गये हम और मरने लगा है अंदर का इंसान
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