आवाज के सहारे चल सकते वे भी जिनकी नही आॅख या जिनका जीवन अंधकार मेरी आवाज उनके लिये राह बताएगी भटको को राह दिखएगी
आप चलो मेरे साथ कि गुमराह ने पकडी है राह इसलिये मुझको है भटको की परवाह है ।
चलना मेरे साथ कि मंजिल हो कितनी भी दूर पहुॅचगे जरूर पहुचने की आसानी नही बनने देती मजबूत पूरा कुछ न कुछ छूट जाता अधूरा
इस लिये कठिनाई से मत डरो करो इसका विचार की उपर वाला तुम्हे कर रहा पूरी तरह तैयार
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