किया बूढे और बच्चे का साथ दोनो के एक से हालात
एक है थक के लडखडा रहा दूसरा पैदा हुआ कुछ दिनो का इस लिये सम्हल नही पा रहा
एक को कुछ नी ज्ञान निरा नदान दूसरा सब कुछ चुका जान उसको हर अच्छे बुरे की पहचान
दोनो लडखडाते चलते कुछ गिरत कुछ सम्हलते इसलिये भाता साथ समझते एक दूसरे की बात
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