हे अर्जुन उठाओ अपना धनुष बाण, इस समय यह कृत्य कायरता का है प्रमाण
धर्म युद्ध मे कैसा संशय ये तो पाप है, यहा नही तुम्हारा अपना नही कोई भाई नही कोई बाप है
पापी को नही मारोगे तो वह करेगा पाप, इसलिये कोई भी हो वह नही कर सकते माफ
दुनिया का पत्ता भी नही हिलता मेरी इच्छा बगैर, जिनको मै पहले ही मार चुका तू उनकी मत मना खैर
यह तो तुझे यश देना है, वरना यह सब मेरा खेल और दुनिया मेरे लिये खिलौना है
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