नेता तो हुआ ही एक आदमी देश पर मरने वाला और नेक
जीये तो हजार पर बेमलब बेकार देश के लिये जो हर पल जिया उसे ही देश ने नेता किया स्वीकार
राम जी के बाद यही वह नाम जिसने देश से बाहर रहते हुए सेना जुटाने का किया काम
और लडी लडाई आजादी खून माॅगती और वह देना होगा की राह दिखाई
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