Tuesday, July 4, 2017

अब तो नही मिलते ऐसे लोग जिनकी आॅखो मे हो दूसरे का गम होती हो दूसरे के लिये नम।

Photo
आज इस घर को देख मन पुरानी यादो मे खो गया पता नही चला कब आॅख लग गई और मै सो गया ।मै हो गया जवान घर से यहाॅ आया था देने इम्तहान । जो रहता परिवार था हर आदमी नेक और मिलनसार था पढाई के अलावा नही ध्यान था मै परीक्षा को लेकर सावधान था । सबके वयवहार मे ऐसा प्रेम थो जो खीच लेता था पास वह उम्र और वह उसके साथ का एहसास। वह सारा नजारा घूम गया मै पास हो खुशी मे झूम गया ऐसा लग रहा था की सब मेरे साथ है उनके अंदर मुझ बेगाने के लिये भी कुछ बात है। आज भी उनके उस प्यार का कर्ज लेकर घूमता हूॅ वही नजारा याद आता जब खुशी से झूमता हूॅ। आज नही मिलते वैसे लोग और घर जिनको हो दूसरे की खुशी और गम की फिकर। सच लोग कहते हमने इन दिनो मे बहुत उन्नति की है बहुत आगे बढ गये है पर मेरी नजर मे तो बहुत खोकर पाया है कम अब तो नही मिलते ऐसे लोग जिनकी आॅखो मे हो दूसरे का गम होती हो दूसरे के लिये नम।

No comments:

Post a Comment