Sunday, July 16, 2017

कल ये ख्याल हकीकत बन जमीन पर आएगे बच्चे बडे हो इस संसार को महकाएगे

कल तक हम देखते थे सुनाते थे बच्चो परियो की कहानी या सुनाते थे जिसमे होते थे राजा रानी । अब तो सडक से लेकर कहानी तक मे शैतान है परियाॅ नही डरावने इंसान है ।पहले लोगो मे प्रेम था प्यार था विश्वास से रचा सुन्दर संसार था। इसलिये रात होती से तारों से बात कहानी की होती थी परियो से शुरूवात। अब तो दिन रात डर का संसार है भय ही जीवन भय ही विचार है। चलो अपने बच्चो को डर से निकाले उनकी कहाॅनियाॅ बदल डाले। वरना कहाॅनियो के शैतान भूत जमीन पर उतर आएगे डरे हुए समाज को और डराएगे। परियाॅ करती है बच्चो की पूरी मुराद खेलती है बच्चो के साथ उनसे सपने मे ही सही बच्चे कह पाते मन की बात । बाॅते वह जो बडो के समझ से परे है छोटी सी दुनियाॅ के छोटे छोटे सवाल पर इस व्यस्त दुनियाॅ मे किसी को किसी का कहाॅ ख्याल जो सुने समझे बच्चो की दुनियाॅ के सवाल। वहाॅ तो लड्डू भी करता है बात फूलो मे से फूटते स्वर महक होती संगीत के साथ। कल ये ख्याल हकीकत बन जमीन पर आएगे बच्चे बडे हो इस संसार को महकाएगे

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