उतर गया बहुरूपिये का चोला अब हर देश पाकिस्तान को आतंकी देश कह बोला उड रहा पूरी दुनिया मे मजाक अपनी आग मे जल हो रहा खाक।
आज विजय दिवस पर याद करो उन नौजवानो को जिन्होने देश के लिये दी अपनी जान उनको शत शत नमन हमे अपनी सेना पर है अभिमान। कठिन चढाई पर दुश्मन बैठा था उसके मन मे गलत विचार कि यही से बैठ कश्मीर की आवाजाही पर करूगा वार। इस संकट से सेना ने अपना खून दे लिया उबार हर जवान को मालूम था की देनी है अपनी जान होना है देश पर कुर्बान विजयंत तो बिक्रम बतरा साथी अनुज नायर किसी के पास शब्द नही करे उनकी वीरता का बखान चाहे हो कितना बडा शायर। हर शब्द उन जवानो की वीरता के आगे छोटा हो गया मन अतीत की उन यादो मे खो गया । बिक्रम बतरा कह रहे दिल माॅगे मोर लगा रहे थे गोलियो के बीच चलने मे अपना जोर। आखिर सबको मार भगाया साले कायर पाकिस्तान ने उनका शव भी नही उठाया जिन्हे उपर था बैठाया। कब से यही सब चल रहा है कभी कबायली कहता कहता कभी आतंकी अरे तेरे सैनिक है तो मान पहचान दे उन्हे ढंग की। कुल मिला कायर देश उसके बारे मे कहने को बचा नही कुछ शेष उतर गया बहुरूपिये का चोला अब हर देश पाकिस्तान को आतंकी देश कह बोला उड रहा पूरी दुनिया मे मजाक अपनी आग मे जल हो रहा खाक।
आज विजय दिवस पर याद करो उन नौजवानो को जिन्होने देश के लिये दी अपनी जान उनको शत शत नमन हमे अपनी सेना पर है अभिमान। कठिन चढाई पर दुश्मन बैठा था उसके मन मे गलत विचार कि यही से बैठ कश्मीर की आवाजाही पर करूगा वार। इस संकट से सेना ने अपना खून दे लिया उबार हर जवान को मालूम था की देनी है अपनी जान होना है देश पर कुर्बान विजयंत तो बिक्रम बतरा साथी अनुज नायर किसी के पास शब्द नही करे उनकी वीरता का बखान चाहे हो कितना बडा शायर। हर शब्द उन जवानो की वीरता के आगे छोटा हो गया मन अतीत की उन यादो मे खो गया । बिक्रम बतरा कह रहे दिल माॅगे मोर लगा रहे थे गोलियो के बीच चलने मे अपना जोर। आखिर सबको मार भगाया साले कायर पाकिस्तान ने उनका शव भी नही उठाया जिन्हे उपर था बैठाया। कब से यही सब चल रहा है कभी कबायली कहता कहता कभी आतंकी अरे तेरे सैनिक है तो मान पहचान दे उन्हे ढंग की। कुल मिला कायर देश उसके बारे मे कहने को बचा नही कुछ शेष उतर गया बहुरूपिये का चोला अब हर देश पाकिस्तान को आतंकी देश कह बोला उड रहा पूरी दुनिया मे मजाक अपनी आग मे जल हो रहा खाक।
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