बहुत उजाले मे रहने वालो तुम्हारे पडोस मे कम तेल का दिया टिमटिमा रहा हर हवा का झोंका उसे बुझाने का कर रहा प्रयास उसकी मदद करो कि तुम हो उसके बहुत पास। यही है सनातन का विचार हर गरीब की पुकार हमरे दिल से गुजरनी चाहिये अगर सही मे मुस्कुराना है तो किसी गरीब को हॅसाईये। मीठे की मिठास पाने के लिये सच्ची दिवाली मनाने के लिये हर चेहरे पर मुस्कान चाहिये राम जी लौट कर आये है तो अपने घरके दीपक को जलाने से पहले गरीब के घर का दीपक जलाईये।
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