Sunday, October 23, 2016

बहुत उजाले मे रहने वालो तुम्हारे पडोस मे कम तेल का दिया टिमटिमा रहा हर हवा का झोंका उसे बुझाने का कर रहा प्रयास उसकी मदद करो कि तुम हो उसके बहुत पास। यही है सनातन का विचार हर गरीब की पुकार हमरे दिल से गुजरनी चाहिये अगर सही मे मुस्कुराना है तो किसी गरीब को हॅसाईये। मीठे की मिठास पाने के लिये सच्ची दिवाली मनाने के लिये हर चेहरे पर मुस्कान चाहिये राम जी लौट कर आये है तो अपने घरके दीपक को जलाने से पहले गरीब के घर का दीपक जलाईये।


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