शराब बंदी अमेरिका मे भी1920 मे हुई लागू जिससे खपत हुई थी शराब की आधी कम हुआ अपराध चैन से थी आबादी। आज भारत मे भी यही हाल है इससे जितनी नही होती कमाई उससे ज्यादा बवाल है। इस दिशा मे प्रयास का बिहार मे दिख रहा असर कम होते अपराध पर डालो नजर। बिहार मे अवैध दारू अब भी बिक रही फिर भी कमी आई है कल तक जो जनता पी करती थी अपराध आज ढूढने मे बौराई है। हर प्रदेश को इस ओर चलना होगा आज जो भारत का स्वरूप है उसको बदलना होगा। इससे पलने वाले अपराध मे कमी आएगी और कुपोषण मे भी आएगा सुधारक्योकि इसकी गरीब पर होती दोहरी मार। पहले ही थोडी कमाई उस पर दारू मे उडाई तो क्या खाएगा गरीब का बच्चा और उसकी लुगाई। हर चीज का होता धीरे धीरे असर अब जो पीकर बिगड रहे थे बच्चे हट गई थी पढने बढने पर से नजर। उस पर भी असर पडा है कल दारू पीने वाला दूध की बोतल लेकर खडा है।
इसका दूसरा बडा बदलाव जमीन पर आएगा असर जहाॅ शराब बनती है वहाॅ आती इतनी बदबू की नही सकते गुजर।पूरी जमीन और उसके अंदर का पानी हो रहा खराब कोई सुनवाई नही कोई नही देता जवाब।आस पास के गाॅव हो रहे खाली गुण्डे छोड रखे कि इनके खिलाफ पैदा न हो सवाली।एक बात से करूगा बात खत्म की मैने अपनी आॅखो देखा है दारू का सितम एक शरीफ आदमी का घर उजड गया पीने की लत कर गई ऐसा असर बसा बसाया घर बिखर गया।
No comments:
Post a Comment